उज्जैन। उत्तरप्रदेश सरकार ने शहर के वरिष्ठ विद्वान डॉ. केशवराव सदाशिव शास्त्री मूसलगांवकर को संस्कृत के क्षेत्र में दिए जाने वाला सर्वोच्च विश्व भारती सम्मान प्रदान किया। बुधवार को लखनऊ में हुए एक कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. मूसलगांवकर ने कहा कि हमें संस्कृत को रुचिकर बनाना होगा।
हमें पूर्वजों ने जो ज्ञान दिया है उस संपदा का आधुनिक संदर्भों के साथ जोड़कर नई पीढ़ी को देना होगा। पाश्चत्य जगत में जो अविष्कार होते हैं वह हमारे ग्रंथों पर आधारित ही होते हैं। मगर ये बात हमे बाद में पता चलती है। चूंकि हम संस्कृत से दूर होते जा रहे हैं। हमें संस्कृत के नजदीक आना होगा।
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने डॉ. मूसलगांवकर पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा है। उप्र सरकार ने दिसंबर में विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की थी। उज्जैन के डॉ. मूसलगांवकर को संस्कृत के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय साहित्यिक कार्य को देखते हुए सम्मान प्रदान किया गया है। बतौर पुरस्कार 5 लाख 1 हजार रुपए व स्मृति चि- प्रदान किए गए।