उज्जैन। विश्वप्रसिद्घ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार से शिवनवरात्रि उत्सव की शुरुआत हुई। पुजारियों ने भगवान को हल्दी लगाकर उन्हें दूल्हा बनाया। सोला-दुपट्टा और मेखला में सजे अवंतिकानाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंगलवार को भगवान का शेषनाथ रूप में श्रृंगार होगा।
पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया शिवनवरात्रि के पहले दिन पुजारियों ने पूजन का संकल्प लिया। इसके बाद नैवेद्य कक्ष में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन हुआ। पश्चात कोटितीर्थ कुंड के समीप श्री कोटेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद गर्भगृह में भगवान का महाभिषेक कर हल्दी का उबटन लगाकर स्नान कराया गया। 11 ब्राह्मणों ने एकादश-एकादशनी रूद्र पाठ किया। दोपहर 3 बजे संध्या पूजा के बाद भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया। महोत्सव के शुभारंभ पर मंदिर प्रबंध समिति ने पुजारियों को सोला दुपट्टा तथा दक्षिणा भेंट की। शिवनवरात्रि में पूजन अभिषेक के समय गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद रहेगा।