केंद्र सरकार की टीम गुरूवार को स्वच्छता सर्वेक्षण २०१८ के लिए उज्जैन आएगी. यह टीम पुरे एक सप्ताह शहर में रहकर साफ सफाई का जायजा लेगी। बंद कमरे से लेकर शहर के गली मोहल्लो तक इस बात का परिक्षण किया जायेगा कि नगर निगम ने एक वर्ष में क्या किया और किस स्तर पर किया।
गौरतलब हो कि उज्जैन शहर की रैंकिंग पिछले वर्ष १२ थी। ऐसे में इस बात का परिक्षण होगा कि नगर निगम और कंसल्टिंग एजेंसी ने पूरे वर्ष में ऐसा क्या किया हैं जिससे शहर नंबर १ बन सके। इसके साथ में ही लोगो से मिले फीडबैक के आधार पर भी रैंकिंग निर्धारित होती हैं। वहीं विगत एक वर्ष में निगम द्वारा किये गए कार्यो से उज्जैन की नंबर १ बनने की दावेदारी मजबूत हुई हैं।