उज्जैन में एक महीने में मक्सीरोड स्थित सब्जी मंडी में बॉयो मिथेनेशन प्लांट लगना शुरू होजाएगा। दो करोड़ रु. की लागत वाले इस प्लांट में लग जाने के बाद इससे रो300 यूनिट बिजली बनेगी और ठोस व तरल खाद भी निकलेगा। इसके साथ ही नगर निगम को सब्जी मंडियों से रोज कचरा उठाने और डिस्पोजल करने के अतिरिक्त खर्च से भी छुटकारा मिल जाएगा। एजेंसी को यह काम ५ साल के लिए दिया गया है। इस इनोवेटिव वर्क के लिए निगम को स्मार्ट सिटी समिट में अवार्ड भी मिला है। आपको बता दे कि नगर की सब्जी मंडियों से रोज 3 से 4 टन कचरा निकलता है। इस कचरे में सब्जियों, फलों का कचरा शामिल है। इस कचरे को रोज उठाने और उसे डिस्पोजल करने की जिम्मेदारी निगम की है। उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने इससे राहत के लिए बॉयो मिथेनेशन प्लांट की योजना का निर्माण किया था। टेंडर के mबाद एजेंसी भी तय हो गई है।
उम्मीद की जा रही हैं कि मक्सीरोड सब्जी मंडी में यह प्लांट एक महीने में लग जायेगा। प्लांट के बाद मक्सीरोड सब्जी मंडी का 1.5 टन कचरा सहित शहर की बड़ी सब्जी मंडी, दौलतगंज सब्जी मंडी, अनाज मंडी स्थित फल एवं सब्जी मंडी तथा अन्य सब्जी बाजारों का कचरा एजेंसी स्वयं एकत्र कर प्लांट पर ले जाकर डिस्पोजल करेगी। इस प्लांट की क्षमता ५ टन की है। गौरतलब हो कि निगम प्लांट लगाने के लिए 600 वर्ग मीटर जमीनउपलब्ध कराएगा।
Published By: Bhaskar (e-Newspaper)