उज्जैन का स्वरूप पूरी तरह बदल गया हैं, कभी गंदगी से भरी रहने वाली सड़के आज पूरी तरह से साफ़ हो गई हैं. जहां कई दिनों में झाड़ू निकलती थी वहीं अब रोज सफाई हो रही हैं. सार्वजानिक स्थानो, सब्जी मंडियों, हाट बाजार से लेकर व्यावसायिक क्षेत्रो और घरेलु क्षेत्रो में सफाई का स्तर काफी बेहतर हुआ हैं. ऐसे में केंद्र की टीम २२ फरवरी से स्वच्छता के पैमाने के ४००० अंको की पड़ताल करेगी.
तीन फैक्टर पर होने वाली इस जाँच में पहली परीक्षा १२०० अंको की होगी. जिसमे बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड, व्यावसायिक, घरेलु क्षेत्र व पब्लिक टॉयलेटो की स्थिति व साफाई की जाँच होना हैं. एक समाचार पत्र द्वारा सोमवार को पहले फैक्टर के इन ही मापदंडो के अनुरूप हालत का जायजा लिया गया. इस सर्वे में १२०० अंको का आब्जर्वेशन किया गया जिसमे १०७० अंक मिले. यानि सर्वे में जनता ने ८९.१६ प्रतिशत अंक दिए. इस आंकड़े से यह बात साफ़ होती हैं कि सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ हैं, लेकिन अभी भी कुछ मोर्चो पर ओर बेहतर होना होगा. जिससे उज्जैन स्वच्छता में नंबर १ बन जाए.