उज्जैन| महाशिवरात्रि पर ज्योतिर्लिंग महाकाल भक्तो को दर्शन देने के लिए निरंतर 44 घंटे तक जागेंगे | सोमवार मंगलवार मध्या रात 2 बजे मंदिर के पुजारी ने घर्भग्रह के पट खोलकर भगवान को जगाया व रात 2:30 बजे से भस्मारती की | भस्मारती बाद अलसुबह 5 बजे से मंदिर मे आम दर्शानो का सिलसिला शुरू हो गया| अब 14 फब्रूअरी की रात 11 बजे शयन आरती होने के साथ महाकाल का भी शयन होगा| साल मे एक बार ही ऐसा अवसर आता है, जब राजा महाकाल पूरी रात शयन नही करते|
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13 फरवरी 44 घण्टे जागेंगे महाकाल, सुबह 5 से आम दर्शन
09 फरवरी शिवरात्रि पर मिल सकते हैं महाकाल दर्शन के एडवांस टिकट, जानिए कैसे
उज्जैन. महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व ग्वालियर स्टेट पंचाग के अनुसार १३ फरवरी को मनाया जाएगा। सशुल्क दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए महाकाल मंदिर प्रबंध समिति पर्व के तीन दिन पहले से टिकट बेचने पर विचार कर रहीं है।
आम श्रद्धालुओं की कतार से अलग
महाकाल मंदिर में आम श्रद्धालुओं की कतार से अलग होकर मंदिर परिसर में प्रवेश के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए २५१ की सशुल्क दर्शन व्यवस्था है। त्योहारों के अतिरिक्त आम दिनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस सुविधा का लाभ लेकर दर्शन करते हैं। इसमें फर्क केवल इतना है कि सशुल्क दर्शन वाले श्रद्धालुओं को आम दर्शनार्थियों की कतार में नहीं लगना पड़ता है पर मंदिर के भीतर नंदीगृह में दर्शन आम भक्तों के साथ होते हैं। बहरहाल महाशिवरात्रि पर १३ फरवरी को सशुल्क दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को पूर्व से टिकट देने के उद्देश्य से महाकाल मंदिर प्रबंध समिति तीन दिन पूर्व टिकट विक्रय पर विचार कर रहीं है। इस तरह का सुझाव भी आया था,जिसमें कहा था कि 25१ की टिकट लेने के लिए लोगों की काउंटरों पर लाइन लगती है क्यों न पहले से ही महाशिवरात्रि की तारीख के एडवांस टिकट विक्रय करें ताकि लोग आए और सीधे लाइन में लगकर दर्शन कर ले। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक अवधेश शर्मा के अनुसार फिलहाल इस पर विचार किया जा रहा है। वैसे मंदिर प्रबंध समिति की ओर से महाशिवरात्रि पर २५१ रु.के सशुल्क दर्शन टिकट विक्रय के लिए अलग-अलग स्थानों पर काउंटर पर लगाने की योजना है। आवश्यकता पडऩे पर इनकी संख्या में वृद्धि की जा सकती है।
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08 फरवरी उज्जैन के त्रिवेणी संग्रहालय में तीन दिन होगी महादेव की कला-अर्चना
उज्जैन. महाशिवरात्रि पर्व पर त्रिवेणी संग्रहालय भी शिवमयी होगा। संस्कृति विभाग की ओर से यहां तीन दिवसीय अनादिदेव की कला अर्चना महाशिवरात्रि पर्व का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में स्थानीय के साथ ही अन्य शहरों के कलाकार नृत्य व संगीत की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।
हरिफाटक ब्रिज के नजदीक स्थित त्रिवेणी संग्रहालय (इंटरप्रिटिशन सेंटर) पर १४ से १६ फरवरी तक तीन दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। कार्यक्रम में तीनों दिन शाम ७.३० बजे से मुक्ताकाशी मंच पर अलग-अलग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। इसके साथ ही तीन दिन तक नाद की प्रदर्शनी भी लगेगी।
नि:शुल्क रहेगा प्रवेश
कार्यक्रम में सभी वर्ग के लिए प्रवेश खुला रहेगा। साथ ही प्रवेश व्यवस्था नि:शुल्क होगी।
07 फरवरी शिवनवरात्रि उत्सव : भगवान महाकाल का घटाटोप शृंगार
उज्जैन. श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि उत्सव मनाया जा रहा है। शिवनवरात्रि के तीसरे दिन बुधवार को सुबह महाकालेश्वर मंदिर स्थित नैवेद्य कक्ष में भगवान महाकाल का पूजन किया गया। शिव ने ऐसा स्वरूप बनाया कि दर्शन करके भक्त विभोर हो गए। घटाटोप शृंगार से सज्जित किया गया।
11 ब्राह्मणों ने किया लघुरूद्र पाठ
कोटितीर्थ कुण्ड के पास कोटेश्वर महादेव के अभिषेक-पूजन के पश्चात शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राह्मणों द्वारा महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एवं एकादश, एकादशनि लघुरुद्र पाठ किया गया। पूजन का यह क्रम महाशिवरात्रि तक प्रतिदन चलेगा।
सायंकाल पूजन
सायंकाल पूजन के पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर को नए वस्त्र धारण कराए गए। साथ ही पुजारी द्वारा अनूठा शृंगार किया गया। बाबा महाकाल को घटाटोप शृंगार कर चांदी का मुकुट, मुण्डमाला, फलों की माला धारण कराई गई।
06 फरवरी उज्जैन में शिवनवरात्रि का उल्लास, दूल्हा बने महाकाल
उज्जैन। विश्वप्रसिद्घ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार से शिवनवरात्रि उत्सव की शुरुआत हुई। पुजारियों ने भगवान को हल्दी लगाकर उन्हें दूल्हा बनाया। सोला-दुपट्टा और मेखला में सजे अवंतिकानाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंगलवार को भगवान का शेषनाथ रूप में श्रृंगार होगा।
पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया शिवनवरात्रि के पहले दिन पुजारियों ने पूजन का संकल्प लिया। इसके बाद नैवेद्य कक्ष में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन हुआ। पश्चात कोटितीर्थ कुंड के समीप श्री कोटेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद गर्भगृह में भगवान का महाभिषेक कर हल्दी का उबटन लगाकर स्नान कराया गया। 11 ब्राह्मणों ने एकादश-एकादशनी रूद्र पाठ किया। दोपहर 3 बजे संध्या पूजा के बाद भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया। महोत्सव के शुभारंभ पर मंदिर प्रबंध समिति ने पुजारियों को सोला दुपट्टा तथा दक्षिणा भेंट की। शिवनवरात्रि में पूजन अभिषेक के समय गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद रहेगा।
04 फरवरी एनएचडीसी की ओर से महाकाल मंदिर को मिली चार करोड़ रुपए की राशि
उज्जैन. देश के धर्म स्थलों में स्वच्छ आइकॉन पैलेस के रूप में चयनित महाकाल मंदिर अब और दमकेगा। मंदिर की सफाई व्यवस्था व अन्य सुविधा के लिए एनएचडीसी (नर्मदा हाईड्रोइलेक्ट्रिक डवलपमेंट कार्पोरेशन) की ओर से हुए एमओयू के तहत पहली किस्त के रूप में चार करोड़ रुपए की राशि मंदिर प्रशासन को मिली है। इससे मंदिर में साफ-सफाई के आधुनिक मशीनरी सहित अन्य उपकरण पर खर्च किए जाएंगे।
एनएचडीसी ने नंवबर २०१७ में महाकाल मंदिर समिति से साफ-सफाई व अन्य सुविधाओं के विस्तार के लिए ७.९२ करोड़ रुपए का एमओयू साइन किया था। इसके तहत मंदिर समिति की ओर से मंदिर में किए जाने वाले स्वच्छता कार्यों के प्रोजेक्ट एनएचडीसी को भेजे जाने थे। इसके आधार एनएचडीसी द्वारा राशि का भुगतान किया जाना था। समिति ने मंदिर में किए जाने कार्यों की ओर से भेजे गए प्रस्ताव के बाद एनएचडीसी ने चार करोड़ रुपए की राशि समिति के खाते में जमा करवा दी। अगले महीनों में शेष ३.९२ करोड़ रुपए की राशि भी मिलेगी। वहीं मंदिर में इस मद से खर्च की गई १.०६ करोड़ रुपए का भी भुगतान किया जा चुका है। बता दें, मंदिर स्वच्छ आयकन पैलेस के रूप में चयनीत होने पर केंद्र सरकार ने एनएचडीसी का महाकाल मंदिर के लिए नामित किया। नवरत्नों में से एक एनएचडीसी अपने सीएसआर में यह राशि मंदिर के स्वच्छता व इससे जुड़े कार्यों के लिए दे रही है।
04 फरवरी महाकाल मंदिर में शिवनवरात्रि पर्व का शुभारंभ आज से, महाकाल बनेंगे दूल्हा
उज्जैन. महाकाल मंदिर में शिवनवरात्रि पर्व सोमवार से मनाया जाएगा। इस दिन से बाबा महाकाल दूल्हे बनेंगे। १३ फरवरी तक राजाधिराज महाकाल को अलग-अलग वस्त्र, आभूषण, दुपट्टा, मुकुट, मुण्डमाल, छत्र आदि से शृंगारित किया जाएगा। १३-१४ की मध्यरात्रि को राजाधिराज सेहरा धारण करेंगे। समापन महाशिवरात्रि पूजन से होगा।
महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि के प्रथम दिन सोमवार को मंदिर के नैवेद्य कक्ष में भगवान चन्द्रमोलेश्वर के पूजन के साथ कोटितीर्थ कुण्ड के पास स्थापित कोटेश्वर महादेव एवं महाकालेश्वर भगवान के पूजन के साथ 9 दिवसीय शिवनवरात्रि के पूजन का संकल्प लिया जाएगा। शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में प्रतिदिन 11 ब्राह्मणों द्वारा भगवान महाकालेश्वर का अभिषेक रूद्र पाठ से किया जाएगा। सायं पूजन के बाद बाबा महाकाल को नवीन वस्त्र धारण कराएंगे।
03 फरवरी महाकाल मंदिर परिसर में लगाई जाएगी फेंसिंग, रुकेगा श्वानों का प्रवेश
उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर में श्वानों का प्रवेश रोकने के लिए मंदिर समिति फेसिंग लगाने पर विचार कर रही है। अफसरों के अनुसार मंदिर परिक्षेत्र चारों ओर से खुला है। ऐसे में किस प्रकार फेसिंग लगाएं कि श्वान को अंदर आने से रोका जा सके, इसके लिए विशेषज्ञों से राय ली जाएगी।
प्रशासक अवधेश शर्मा ने बताया मंदिर परिसर में श्वानों की संख्या बढ़ गई है। इन्हें पकने के लिए लगातार मुहिम चलाई जा रही है। बावजूद इसके परिसर में श्वान घूमते नजर आ जाते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए समिति बाहरी एरिया में फेसिंग लगाने पर विचार कर रही है। यह कार्य चुनौती भरा है क्योंकि मंदिर का कुछ हिस्सा ऐसा है, जहां फेसिंग नहीं की जा सकती है। इसलिए कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
नए साल के पहले दिन सुर्खियों में आया था मामला
02 फरवरी महाशिवरात्रि पर महाकाल के दर्शन का प्रारंभिक प्लान तैयार
उज्जैन. महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में दर्शन का प्रारंभिक प्लान तैयार हो गया है। यह लगभग गत वर्ष अनुसार है। इस अनुसार महाशिवरात्रि पर सभी श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था नंदी हॉल के पीछे आठ रैलिंग से रहेगी। मंदिर परिसर में चार द्वार से प्रवेश दिया जाएगा।
पर्व की व्यवस्थाएं की जा रही
महाकालेश्वर मन्दिर में पर्व की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। दर्शनार्थियों को कम समय में महाकाल बाबा के दर्शन हो, इसके लिए व्यापक प्रबंध किए जाएंगे। १३ फरवरी को दर्शन का प्लान गत वर्ष की तरह ही है। महाकाल दर्शन के लिए नन्दी हॉल के पीछे लगी आठ रेलिंग तक जाने के लिए आम और खास दर्शनार्थी को जल द्वार के पास से प्रवेश मिलगा।
01 फरवरी इलाहाबाद कुंभ को लेकर उज्जैन में बैठक आज
उज्जैन. इलाहाबाद में होने वाले कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद केंद्रीय समिति की बैठक उज्जैन में होगी। २ व ३ फरवरी को होने वाली बैठक नीलगंगा स्थित मुख्य प्रधान कार्यालय परिसर में होगी।
इसमें पिछले वर्षों में हुए नासिक व उज्जैन कुंभ में साधु संतों की व्यवस्थाओं में रही कमियों के साथ अगले वर्ष इलाहाबाद में आयोजित अर्धकुंभ की व्यवस्थाओं पर मंथन किया जाएगा। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्रगिरि महाराज की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक में प्रमुख रूप से नासिक व उज्जैन सिंहस्थ में मूलभूत सुविधाओं से लेकर साधु संतों के पड़ाव, पेशवाई और आवास संबंधी व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी।