रामघाट पर सौंदर्यीकरण और छोटे रुद्रसागर पर लेक फ्रंट कॉरिडोर।
21 फरवरी
06 अगस्त
10 अप्रैल
By: USCL
अब उज्जैन में साफ़ हो सकेगा सीवरेज का पानी, कृषि के लिए किया जाएगा उपयोग
उज्जैन शहर से रोज निकलने वाले ९ करोड़ २० लाख लीटर गंदे पानी को साफकर उसका उपयोग खेतों में सिचाईं के लिए किया जायेगा, साथ ही गंदे पानी की गाद खाद के रूप में उपयोग की जा सकेगी। इसे किसान निःशुल्क ले जा सकेंगे। अगर रोड पर सुरासा में सीवरेज प्लान में ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण शुरू हो गया हैं।
यह प्लांट करीब १३ हेक्टेयर जमीन में बनेगा। जमीन का कब्ज़ा मिलने के बाद अब निर्माण कार्य भी शुरू हो गया हैं। ४०० करोड़ की इस योजना में शहर से रोज निकलने वाले गंदे पानी को अंडरग्राउंड पाइप लाइन से अगर रोड पर स्थित सुरासा ग्राम में बन रहे ट्रीटमेंट प्लांट ले जाया जाएगा।
02 अप्रैल
By: USCL
उज्जैन में ८६ प्रतिशत कम हुआ प्लास्टिक कचरा, आम लोग आ रहे हैं आगे
स्वच्छ भारत अभियान की मुहीम का असर उज्जैन शहर पर दिखने लगा हैं। शहर प्लास्टिक और पॉलीथिन के कचरे से धीरे धीरे मुक्त हो रहा हैं। और यह हम नहीं बल्कि जारी आकड़ें कह रहे हैं। दरअसल शहर से निकलने वाले कचरे में प्लास्टिक और पॉलीथिन की मात्रा २ साल में ८६ प्रतिशत कम हुई हैं।
इसका असर यह हुआ की गोंदिया ट्रेचिंग ग्राउंड पर प्लास्टिक प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की आवश्यकता ही नहीं नजर आ रही हैं और इसके चलते अब इस यूनिट को लगाने का प्लान ही टल गया हैं। वहीं शहर के केटरिंग व्यावसायी भी ग्राहकों को प्लास्टिक डिस्पोजल के स्थान पर क्रॉकरी और कागज़ डिस्पोजल के उपयोग के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
27 फरवरी
By: USCL
वही अमला, वही व्यवस्था, बस कुछ बदला है तो वह हैं स्वच्छता की आदत
स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 के निरिक्षण के लिए केंद्रीय दल उज्जैन शहर में है। इसी प्रक्रिया में रविवार को भी टीम ने लोगों के फीडबैक लिये। इस बिच जब लोगो से स्वच्छता को लेकर सवाल किये गए तो उन्होंने कहा-15 दिन में कुछ बदला है तो वह है आदत। सब कुछ वही हैं, वही अमला, वही व्यवस्था।
लेकिन अगर कुछ बदला है तो वो हैं लोगो की आदत, अब सफाई के लिए किसी से कहना नहीं पड़ता। केंद्र की टीम जो भी नंबर दे लेकिन लोग खुश हैं कि सुबह, शाम, दोपहर में साफ़-सफाई हो रही है। इसी का नतीजा है कि गली-मोहल्ले, मुख्य मार्ग, कोने सब कुछ साफ हैं।
22 फरवरी
By: USCL
केंद्र सरकार की टीम करेगी स्वच्छता सर्वेक्षण, उज्जैन की दावेदारी हैं मजबूत
केंद्र सरकार की टीम गुरूवार को स्वच्छता सर्वेक्षण २०१८ के लिए उज्जैन आएगी. यह टीम पुरे एक सप्ताह शहर में रहकर साफ सफाई का जायजा लेगी। बंद कमरे से लेकर शहर के गली मोहल्लो तक इस बात का परिक्षण किया जायेगा कि नगर निगम ने एक वर्ष में क्या किया और किस स्तर पर किया।
गौरतलब हो कि उज्जैन शहर की रैंकिंग पिछले वर्ष १२ थी। ऐसे में इस बात का परिक्षण होगा कि नगर निगम और कंसल्टिंग एजेंसी ने पूरे वर्ष में ऐसा क्या किया हैं जिससे शहर नंबर १ बन सके। इसके साथ में ही लोगो से मिले फीडबैक के आधार पर भी रैंकिंग निर्धारित होती हैं। वहीं विगत एक वर्ष में निगम द्वारा किये गए कार्यो से उज्जैन की नंबर १ बनने की दावेदारी मजबूत हुई हैं।
20 फरवरी
By: USCL
१२०० अंको पर हुआ स्वच्छता का सर्वे, जनता ने दिए ८९.१६ प्रतिशत अंक
उज्जैन का स्वरूप पूरी तरह बदल गया हैं, कभी गंदगी से भरी रहने वाली सड़के आज पूरी तरह से साफ़ हो गई हैं. जहां कई दिनों में झाड़ू निकलती थी वहीं अब रोज सफाई हो रही हैं. सार्वजानिक स्थानो, सब्जी मंडियों, हाट बाजार से लेकर व्यावसायिक क्षेत्रो और घरेलु क्षेत्रो में सफाई का स्तर काफी बेहतर हुआ हैं. ऐसे में केंद्र की टीम २२ फरवरी से स्वच्छता के पैमाने के ४००० अंको की पड़ताल करेगी.
तीन फैक्टर पर होने वाली इस जाँच में पहली परीक्षा १२०० अंको की होगी. जिसमे बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड, व्यावसायिक, घरेलु क्षेत्र व पब्लिक टॉयलेटो की स्थिति व साफाई की जाँच होना हैं. एक समाचार पत्र द्वारा सोमवार को पहले फैक्टर के इन ही मापदंडो के अनुरूप हालत का जायजा लिया गया. इस सर्वे में १२०० अंको का आब्जर्वेशन किया गया जिसमे १०७० अंक मिले. यानि सर्वे में जनता ने ८९.१६ प्रतिशत अंक दिए. इस आंकड़े से यह बात साफ़ होती हैं कि सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ हैं, लेकिन अभी भी कुछ मोर्चो पर ओर बेहतर होना होगा. जिससे उज्जैन स्वच्छता में नंबर १ बन जाए.
20 फरवरी
By: USCL
घर- घर जाएगा क्लिन ओ रोबोट, पूछेगा सवाल
स्वच्छता सर्वेक्षण में नागरिकों को के फीडबैक सर्वे के लिए तैयार करने में अब नगर निगम का क्लिन अो रोबोट घर-घर जाकर नागरिकों से वे छह सवाल करेगा जो केंद्र सरकार की टीम आने वाली 22 फरवरी से होने वाले स्वच्छता सर्वे में करने वाली है। यदि नागरिक अपेक्षित जवाब अगर नहीं पाए तो रोबोट उन्हें सही जवाब के बारे में बताएगा। ताकि वे टीम के सामने ठीक तरह से जवाब दें। सही जवाब से ही उज्जैन शहर को नंबर मिलेंगे, जो नंबर वन बना सकते हैं। अब 22 फरवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण में केंद्र सरकार की टीम उज्जैन में घूमेगी। शहर की सफाई व्यवस्था और इसके लिए किए गए उपायों का निरिक्षण भी करेगी। इस दौरान टीम के सदस्य आम नागरिकों से भी फीडबैक लेंगे। निगमायुक्त डॉ. विजयकुमार जे की माने तो क्लिन अो रोबोट मंगलवार से वार्डों में पहुंचेगा। इसके साथ ही में शाम को टॉवर चौक, छत्रीचौक, महाकाल मंदिर चौराहा, अंकपात और शहर के अन्य प्रमुख चौराहों पर भी खड़ा रहेगा।
Published By: Bhaskar (e-Newspaper)
19 फरवरी
By: USCL
स्वच्छता के लिए उज्जैन ने लगाईं दौड़, लोगो ने लिया स्वच्छता का संकल्प
उज्जैन को स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर १ बनाने के लिए रविवार को सुबह उज्जैन नगर निगम और दैनिक भास्कर के संयुक्त तत्वावधान में रन फॉर स्वच्छता रैली निकाली गई। इस रैली में हजारो की संख्या में शहर के लोग शामिल हुए। स्वच्छता के संकल्प को ध्यान में रखते हुए निकाली गई इस रैली में सभी लोगो का एक ही संकल्प था कि हमारा उज्जैन स्वच्छता में नंबर १ बने। इस रैली में हर उम्र के लोगो ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, जिनमे बच्चे, बूढ़े और नौजवान शामिल थे। इस रैली में सभी ने स्वच्छता अभियान के लिए एक दुसरे को जागरूक करने का संकल्प लिया। यह रैली शहर के प्रमुख मार्ग से होकर सरस्वती शिशु मंदिर
महाकालपुरम पहुचीं। इस रैली में ५०० लोगो ने अपने हाथों में स्लोगन पकडे हुए थे, जहाँ सर्वश्रेष्ट स्वच्छता का सन्देश देने वाले लो पुरुस्कार भी देये गए। रन फॉर स्वच्छता रैली में कई आला अफसर भी शामिल हुए जिनमे उज्जैन कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे, निगमायुक्त विजय कुमार जे।, स्मार्ट सिटी सीईओ अवधेश शर्मा और महापोर मीणा जोनवाल शामिल थे। सभी ने यहाँ अपनी भागीदारी देकर लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने का सन्देश भी दिया।
Published By: Bhaskar (e-Newspaper)