उज्जैन शहर की अर्थव्यवस्था पूरी तरह धार्मिक पर्यटन पर आधारित है। इसके पुरातन स्वरूप को निखारने व सहेजने तथा सिंहस्थ-2016 में हुए कामों की पूरी सुरक्षा के लिए नासिक, हरिद्वार व इलाहाबाद के समान उज्जैन में भी अर्द्ध कुंभ लगाना चाहिए। अपनी इसी मांग को लेकर संस्था गीताश्रीधर धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक सेवा संस्थान के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय में सिंहस्थ प्राधिकरण अध्यक्ष दिवाकर नातू को ज्ञापन दिया।
Published By: Bhaskar (e-Newspaper)