कुँए एवं बाबड़ी का जीर्णोद्धार कार्य
उज्जैन एक ऐतिहासिक शहर है, यहा पर प्राचीन जलस्त्रोतों की कमी नहीं है, वर्तमान मे बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए प्राचीन जल स्त्रोत खत्म होने की कगार पर है, इस स्थिति को देखते हुए, उज्जैन स्मार्ट सिटी के द्व्रारा पुराने जलस्त्रोतों का जीर्णोद्धार,सुरक्षित कर उपयोगी बना रही है। स्मार्ट सिटी के द्व्रारा जलस्त्रोतों का जीर्णोद्धार का कार्य प्रारंभ किया गया, तो शहर में बहुत ही अच्छे जलस्त्रोतों निकल कर आये है, जिनका उपयोग बगीचों को सींचने,निर्माण कार्यो,जल संकट आदि मे उपयोग किया जा सकता है, इससे कुँए एवं बवाड़ी की आव भी बनी रहेगी, और जलस्त्रोत भी जीवित रहेंगेI
स्मार्ट सिटी द्वारा जीर्णोद्धार किये गए कुँए एवं बवाड़ी की सूची:
1.महावीर बावड़ी (पिपली नाका)
2. तिलकेश्वर मंदिर बावड़ी
3.मोदीका चोपड़ा बावड़ी
4.नगर कोट की महारानी बावड़ी
5. पुष्कर बावड़ी आदि